17 मार्च 2012

भाई अखिलेश को ढेर सारी बधाइयाँ
                                                     आपकी विनम्रता और सादगी तो कमाल  की है. बनाया रखियेगा इसे ।हमारी दुआ आपके साथ है ।  
महान बल्लेबाज सचिन को कैसे  करें सलाम जबकि अपना देश उनकी धीमी बल्लेबाजी से हार गया.?

वाह रे महानता की परिभाषा ।अरे भाई आप देश के लिए खेल रहे हैं या अपने लिए?  अरे सचिन  भैया, अब तो जान बख्स दीजिये भारतीय टीम का .आप थे कभी जान भारतीय टीम के लेकिन अब बोझ बन गए हैं भैया ।आप खुद ही हट जायेंगे टीम से या धक्के मारकर बाहर किया जाए।