|देश के धीरे -धीरे अमीर होते जा रहे वर्ग को मैं स्सवाधान करना चाहता हूँ की पैसे के बलपर चुनाव आयोग, देश की संसद और क़ानून बनने वालों तथा गरीब जनता को खरीदने की कोशिश न करें नहीं एक दिन सारा देश नक्सलवाद के हाथों की कठपुतली बन जाएगा |कोई उसूलों पर चलनेवाला आदमी हथियार उठाने पर मजबूर हो जाएगा| जब देश के चंद लोग अपनी चालाकी और मक्कारी और ताकत के बल पर सब कुछ अपने हिसाब से तय करने लगेंगे तो जो इमानदार लोग हैं , जो गरीब लोग हैं ,जो अनपढ़ लोग हैं वो क्या करेंगे |कभी सोचा है करोड़पति महोदय लोगों ने या नहीं ?नहीं सोचा तो अब सोच लीजिये |
01 फ़रवरी 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें