18 फ़रवरी 2009
परवेज मुशर्रफ जी क्या चाहते हैं आप ?रस्सी जल जाने पर भी ऐंठन दिखाना कहाँ का न्याय है अरे भाई अपनी पीठ पर आज भी अमेरिकी सरकार के हाथ को महसूस कर रहे हैं क्या ? मुझे तो ऐसा लग रहा है की आप रातों में जब भी अकेले सोते होंगे तो हर रात यही गीत गाते होंगे - कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन पाकिस्तानी सरकार का राष्ट्रपति ही जब इतना बेबस और लाचार है तो जनाब आप क्यों बयां देने के लिए उछाल कूद मचा रहे हैं?मैं कभी-कभी एक अजीब सा sapana देखता हूँ देखता हूँ की bhaarat pakistan एक हो गए हैं और saari duniya sansaar के maanchitra पर ubhar रहे एक देश की शक्ति से aatankit है
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